Solar bijli kaise beche: आज के इस लेख में हम जानेंगे कि आप सरकार को Solar bijli kaise beche और उससे पैसे कमाए।
आज के समय में सोलर पावर सिस्टम की मांग बहुत ही तेजी से बढ़ रही है। बिजली के बिल से मुक्ति पाने के लिए लोग ज्यादा से ज्यादा मात्रा में सोलर पैनल अपनी छतो पर लगवा रहे है। सरकार के द्वारा चलाई गयी PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana, Rooftop Solar Yojana के माध्यम से सभी लोगों को सोलर लगाने पर 40% से लेकर 60 % तक सब्सिडी भी दी जा रही है। जिन लोगों ने अपने घरों में सोलर पैनल लगवा लिए है उनमे से कुछ लोग सोलर बिजली बेच कर पैसे भी कमा रहे है। अगर आप भी सोलर बिजली बेचकर पैसे कामना चाहते है तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े ताकि आप इस जानकारी को अच्छे से समझ पाए।
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सोलर बिजली बेच कर पैसे कैसे कमाए
जी हाँ, आपने सही सुना आप सोलर बिजली बेचकर पैसे कमा सकते है। और तो और आपको किसी जगह की जरूरत भी नहीं पड़ेगी, आप अपनी छत पर सोलर पैनल लगवा कर बिजली उतपन्न करके उससे पैसे कमा सकते है। सरकार के द्वारा चलाई गयी योजनाओं का फायदा उठा कर, उचित सब्सिडी के साथ आप घर की छत पर सोलर पैनल लगवा सकते है। यदि आप सोलर पैनल लगवा कर 500 किलोवाट बिजली बनाते है और मात्र आप 200 किलोवाट बिजली का ही प्रयोग करते है तो आप 300 किलोवाट बिजली बेचकर पैसे कमा सकते है।
किस तरीके से हम बिजली बेच सकते है
बिजली बेचकर पैसा कमाने के लिए आपको सबसे पहले सोलर पैनल लगवाना होगा, जब भी आप सोलर पैनल लगवाए तो आप किसी ऑथराइज्ड DISCOM कंपनी से ही सोलर पैनल लगवाएं और आपको बता दे की सोलर पैनल लगवाने के लिए आपको हमेशा “On grid Solar penal” सोलर पैनल ही लगवाना है। तभी आप सरकार को बिजली बेच पाएंगे और उससे पैसे कमा पाएंगे।
ऑन सोलर पैनल और ऑफ ग्रीन सोलर पैनल क्या है
ग्रिड सोलर पैनल में कोई भी बैटरी नहीं लगती है इसमें बिजली डायरेक्ट आपके घर में आती है और एक “नेट मीटरिंग सिस्टम” लगाया जाता है जिसकी वजह से आपकी बिजली डायरेक्ट सरकार को बेची जाती है और घर में भी प्रयोग की जाती है। नेट मीटरिंग सिस्टम की वजह से आप अपने घर में जितनी भी बिजली प्रयोग करेंगे और जो अतिरिक्त बिजली होगी वह सरकार को ऑटोमेटेकली बेच दी जाएगी।
यानी कि आपका बिजली कनेक्शन डायरेक्ट बिजली के खंबे से जुड़ा हुआ होगा। यदि आप पूरे दिन में 200 किलो वाट बिजली बनाते हैं और उसमें से आप मात्र 50 किलो वाट ही बिजली प्रयोग करते हैं तो 150 किलो वाट बिजली सरकार को बेच दी जाएगी इस सारी बिजली की यूनिट का लेखा जोखा “नेट मीटरिंग सिस्टम” के द्वारा किया जाता है।
ऑफ ग्रिड सोलर पैनल
ऑफ का ग्रिड सोलर पैनल में आपकी छत पर सोलर पैनल सिस्टम के साथ बैटरियां लगाई जाती है। सोलर पैनल से जितनी भी बिजली बनाई जाएगी, वह बिजली आपके बैटरी में एकत्रित होती रहेगी जिस बिजली का प्रयोग आप दिन में और रात के समय में कर सकते हैं क्योंकि रात के समय में सोलर पैनल से कोई भी बिजली नहीं बनाई जाएगी, तो इस स्थिति में आप बैटरी के द्वारा बनाई गई इकट्ठी बिजली का प्रयोग कर सकते हैं।
ऑन ग्रिड सोलर पैनल सिस्टम में आपको बैटरी की जरूरत नहीं पड़ती है क्योंकि आपकी बिजली डायरेक्ट बिजली के कोंबो में दी जाती है, जब आपके सोलर पैनल से बिजली नहीं बन रही होगी तो आप बिजली को डायरेक्ट खंबो के जरिए अपने घर में प्रयोग कर सकते हैं। आप जितनी बिजली सरकार को बचेंगे और वापस सरकार से लेंगे तो उसका सभी कैलकुलेशन नेट मीटरिंग के द्वारा किया जाएगा। यदि आप 100 किलोवाट बिजली बनाकर बेचते हैं और 105 किलो वाट बिजली रात के समय में प्रयोग कर लेते हैं तो आपको मात्र 5 किलो वाट बिजली का ही बिल देना पड़ेगा।
बिजली बेचकर घर बैठे पैसे कमाएं | Solar bijli kaise beche
जैसा कि हमने आपको बताया कि सोलर पैनल लगवाते समय आपको ऑन ग्रेट सोलर पैनल ही लगवाना है जिसकी वजह से ही आप सोलर पैनल से बिजली बेचकर पैसे कमा सकते हैं, जब आप सोलर पैनल लगवाए तो डिस्को अथॉरिटी से बोले कि नेट मीटरिंग सिस्टम इंस्टॉल करके दें।
नेट मीटिंग सिस्टम लगने की वजह से ही आप सोलर बिजली को बेचकर पैसे कमा सकते हैं। चलिए जानते हैं कि नेट मीटरिंग सिस्टम कैसे काम करता है और कैसे आप इसे पैसे कमा सकते हैं।
जैसा कि आप यहां देख सकते हैं छत के ऊपर सोलर पैनल लगे हुए हैं, सोलर पैनल से बिजली उत्पन्न होकर इनवर्टर में जाती है।
इनवर्टर में बिजली बनने के बाद एक जेनरेशन मीटर लगाया गया है जिससे यह पता चलता है कि सोलर पैनल से कितनी बिजली बनाई जा रही है।
अब आपके यहां पर A+B दिखाई दे रहा होगा, A का मतलब है कि जो भी बिजली बन रही है उसे आप अपने घर में प्रयोग कर रहे हैं। और B का मतलब है कि सोलर सिस्टम से जो बची हुई बिजली है वह सरकार को भेजी जा रही है।
अब यहां पर आप C बिजली भी देख रहे होंगे, C का मतलब है कि यह बिजली डायरेक्ट बिजली के खम्बों से आपके घर पर भेजी जा रही है।
अब इन सभी के बीच में कैसे पता चलेगा कि आपने कितनी बिजली सरकार को दी और कितनी अपने बिजली सरकार से ली तो इन सभी का ध्यान रखने के लिए नेट मीटर लगाया जाता है।
सोलर पैनल की बिजली और सरकार की बिजली के बीच में नेट मीटर होता है जो कि इन दोनों का ध्यान रखना है कि आपने कितनी बिजली सरकार को दी और कितनी बिजली वापस ली। यदि आप सरकार को बिजली देते हैं तो आपके खाते में बिजली के पैसे भेज दिए जाते हैं और यदि आप सरकार के द्वारा बिजली प्राप्त करते हैं तो आपको बिजली का भुगतान करना होता है जो कि नॉर्मल आप हमेशा से करते आए हैं।
यदि आपने एक महीने में 1000 किलो वाट बिजली बनाई और अपने सरकार को 200 किलो वाट बिजली दी और 800 अपने घर में प्रयोग करें तो आपको 200 किलो वाट बिजली के पैसे दिए जाएंगे परंतु ऐसा उल्टा होता है तो आपको 200 किलो वाट बिजली के पैसे देने पड़ेंगे।
FAQ
क्या मैं अपने सोलर पैनल से बिजली बेच सकता हूं?
जी हां, आप सोलर पैनल से बिजली बेच सकते हैं, सोलर पैनल से बिजली बेचने के लिए आपको अपने घर में ऑन ग्रिड सोलर पैनल और “नेट मीटर” लगवाना पड़ेगा जो की डिस्काउंट कंपनी के द्वारा लगाया जाता है इसकी वजह से आप बिजली भेज पाएंगे।
क्या सोलर एनर्जी बेची जा सकती है?
जी हां सोलर एनर्जी भेजी जा सकती है।
1 किलोवाट सोलर सिस्टम की कीमत क्या है?
1 किलो वाट सोलर सिस्टम लगाने के लिए आपको ₹50000 का खर्च आएगा इस खर्च में आपका सोलर पैनल प्लेट, इनवर्टर, बैटरी शामिल होंगी।
सरकार को बिजली कैसे बेचें | Solar bijli kaise beche
सरकार को बिजली बेचने के लिए आपको अपने घर में डिस्कॉम कंपनी के द्वारा ऑन ग्रिड सोलर पैनल लगवाना होगा और इसके लिए आपको नेट मीटर की जरूरत पड़ेगी जो की सरकार को बिजली बेचने का काम करता है। नेट मीटर लगवा कर आप सरकार को बिजली भेज सकते हैं।
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